UP Board Exams 2025: बारकोड एडमिट कार्ड से धांधली पर लगेगा अंकुश, कड़ी निगरानी में होंगी परीक्षाएं
यूपी बोर्ड परीक्षाओं को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए इस बार प्रशासन ने कई सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेंगी। परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए हाई-टेक निगरानी, थ्री-लेयर सिक्योरिटी और बारकोड युक्त एडमिट कार्ड की व्यवस्था की गई है, जिससे फर्जी परीक्षार्थियों पर पूरी तरह से शिकंजा कसा जा सकेगा।
बारकोड एडमिट कार्ड: फर्जीवाड़े की कोई गुंजाइश नहीं
इस बार यूपी बोर्ड ने एडमिट कार्ड में एक विशेष बारकोड जोड़ा है, जिसे परीक्षा केंद्र पर स्कैन किया जाएगा। स्कैन करते ही परीक्षार्थी की पूरी जानकारी तुरंत उपलब्ध हो जाएगी। इससे फर्जी परीक्षार्थियों की एंट्री पूरी तरह बंद हो जाएगी और परीक्षा की निष्पक्षता बनी रहेगी।
थ्री-लेयर सिक्योरिटी और आधुनिक निगरानी व्यवस्था
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तीन स्तरों की सुरक्षा प्रणाली लागू की गई है। सभी 166 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्डिंग की व्यवस्था अनिवार्य कर दी गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) चंद्रशेखर ने बताया कि जिन केंद्रों पर अभी ये सुविधाएं नहीं हैं, वहां जल्द ही इन्हें लगवाने का निर्देश दिया गया है।
कंट्रोल रूम से ऑनलाइन मॉनिटरिंग
परीक्षाओं की निगरानी के लिए जिला स्तर पर एक मुख्य कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो जीआईसी (राजकीय इंटर कॉलेज), आगरा में स्थित होगा। इसके अलावा, तहसील स्तर पर भी अलग-अलग कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे, जो मुख्य कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। इससे बोर्ड अधिकारी परीक्षा की ऑनलाइन निगरानी कर सकेंगे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई कर पाएंगे।
रात में भी होगी परीक्षा केंद्रों की जांच
नकल रोकने के लिए प्रशासन ने इस बार विशेष उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्क्वायड) तैनात किए हैं, जो रात के समय भी परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे। इन दस्तों की जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी, ताकि किसी को पहले से भनक न लगे। अगर किसी केंद्र पर कोई संदिग्ध गतिविधि पाई जाती है, तो इसकी रिपोर्ट तत्काल उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी और उसी समय कार्रवाई की जाएगी।
नकल करने वालों को होगी कड़ी सजा
राज्य सरकार ने नकल के खिलाफ सख्त निर्देश जारी किए हैं। अगर कोई व्यक्ति नकल कराने या इसमें सहयोग करता हुआ पकड़ा गया, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी, जिसमें आजीवन कारावास तक की संभावना है। परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम
परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी सेक्टर मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। जिलाधिकारी (DM) के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उत्तर पुस्तिकाएं स्वयं मजिस्ट्रेट की निगरानी में लॉकर रूम तक सुरक्षित पहुंचें। इससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना खत्म हो जाएगी।
यूपी बोर्ड परीक्षा: पारदर्शिता और निष्पक्षता की ओर एक कदम आगे
सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली, नकल या गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एडमिट कार्ड में बारकोड, सीसीटीवी निगरानी, फ्लाइंग स्क्वायड और ऑनलाइन कंट्रोल रूम जैसी व्यवस्थाओं से परीक्षा को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।